हुमारे आयुर्वेदिक हेर्बल चिकित्सा से चौथी स्टेज का कॅन्सर रोगी बच जाता ह...

aLesson to all anti Christian

किस बात से हम गार्ब से कहे हम हिंदू है ! क्यूँ हम भारत माता की जय बोले ! थोडा सा आर .एस .एस जो बिस्व हिंदू परिषद एबों उसका कई संस्था भारत को टुकड़ा कर रहें है जिसके उपर किसिका ध्यान क्यूँ नहीं जा रहा है ? इस इंडिया को कौन बनाया ? इस इंडिया को अँग्रेज़ों ने बनाया ,भारत कोई अस्तित्व नहीं था सभी राज्या प्रांत से बाँटा था ,यही इतिहास है ! मुसलमान हराने के बाद अँग्रेज़ों ने एक भारत का निर्माण किया ,किसी को आज़ादी चाहिए था ? उस पर ध्यान जाना चाहिए ! उँचे बर्ग के लोक,ज़मींदार नहीं चहेते थे हम को सिसक्सया ,समान अधिकार मिले ! आज भी ज़मींदार एबों उँचे लोग ग़रीब बहू बेटी का अतचार कर रहें है ! आज भी बड़े मंदिरों में दलित नही जा सकता है !क्यूँ सरदार ,जैन एबों बुधीस्ट हिदू धर्म से अलग हो कर अपना अलग मदिर बनाए ?हमारे सब राज्या में एक साथ रहेते ,?परंतु नागलॅंड ,मेघालय, मिज़ोरम में 99 %ईसाई है उस प्रदेश में हिंदू एबों अन्या जाती ख़ुसी से मेल मिलाप से रहते है !  रही सवाल हम क्यूँ भारत माता की जय कहें,भरत पुलिंग है वो दुष्यंत पुत्र था ,जिसके नाम से भरत बर्ष बना यह इतिहास है ,नया इतहास नहीं चाहिए ! जैसा हिंदू ने हिंदुओं का नरसंहार किया यह किसी धर्म वालो ने नही किया ,अशोक ने कई लखो को मार डाला यह कोई गार्ब की बात नहीं,कितना बौध मंदिरों को ब्राह्मण ने तो तोड़ डाला क्या हम इस बात से गार्ब से कहे की हम हिंदू है ? जब मुसलमानो ने हम को लूटा तब बे थोड़े थे क्यूँ हिंदू गार्ब से उनका सामना नहीं किया,तब हुमारा एकता कहाँ था ? जब अंग्रेज ने पकई पकई रोटी दे दिया तो हम डकार मार रहें है !किसी देश को कभी इतना अलग अलग धर्म वाले कभी भी इतना साल तक गुलाम नहीं किया इतिहास पढ़िए !द्रविड़ भी हिंदू थे तो क्यूँ आर्या लोग उनको मार मार कर भगाया ?जब जैन ,बौध एबों सिख अलग धर्म बनाया तो हिंदू उसका क्यूँ बीरोध नही किया क्यूँ बे हिंदू ? क्यूँ हिदू धर्म से अलग हुए ? क्या मजबूरी था ?कभी हम ने सोचने का प्रयास किया ?उनका घर बाप्सी कब होगा ? 
राम अपना जानम भूमि का रखस्या कर नही पाया तो राम में कमी है ,मस्जिद को तोड़ना कौन से धर्म में लिखा है ! ईसाइयों का चर्च तोड़ने ने राम खुस हो जाएगा ! रावण भी कट्टर सिब भक्त था तो हिंदू हो कर हिंदू सेना का संहार करना ,यह कैसा न्याय है ? 
आज भी आधा भारत जो साउत इंडिया में रावण को भगवान मानते है तो एक भगवान दूसरे भगवान को कैसे मार सकता है ? भगवान किसी असुर को बरदान देता है बोही असुर भगवान को मारता है यह कैसा लीला है ? दुर्गा ही ब्रह्मा ,बिश्णु ,सिव की मा है वोही सरस्वती,लुक्ष्मी ,काली है तो वो अपना बेटा से सदी करके संतान कैसे जनम्ति है ? यह जानवर में संभव है ! हक़ीकत पूरण में लिखा है पढ़िए ! फिर दूसरे धर्म का बीरोध करें ! एक भगवान की पत्नी को असुर उठा लेजता है ,राम अगर सरबज्ञयानी होता तो उसको मालूम होना चाहिए उसका बीबी कान्हा है वो पता करने के लिए हनुमान सहारा लेता है यह कैसा भगवान है ? जो नारी की इजत नहीं कर सकता है यह कतई भगवान नहीं हो सकता है !सीता को बानबस दो बार जाना पड़ा ,अग्नि में सती होना पड़ा सिर्फ़ सक के आधार पर !निरि सोसन का पहला अध्याय ! कृष्णा का नंगी महिलाओं को देखना कौनसा नैतिकता है ? ढेर सारा सेना को युध में मारकर उनका पत्नी को रानी बनाना यह कृष्णा का कौन सा नैतिकता है ? कौरब और पांडव के बीच समझोता क्यूँ नहीं हुआ ? एक भगवान सब कुछ कर सकता है ,नरसहार नही होता ! एक भगवान सिव अपना बेटा को नहीं पहचान कर नन्हा बालक का सर काट देता है तो वो भगवान कैसा हो सकता है ? एक 50 किलो का हती का सर लगा लेता है ? तो आज हम को जानना चाहिए ! उसका पत्नी दुर्गा मारने दौड़ती है ,सिव छुप रहा है ? यह अगर गार्ब की बात है तो गार्ब करिए ! अरे राम के नाम से बलवा करने वाले राम के जैसे दलित सबरी का झूता खाइए तो दलित मुसलमान,ईसाई एबों बौध धर्म में नही जाएँगे ! क्यूँ की इन सब धर्म का एक सास्त्र है और हिंदू धर्म में अनेक और एक दूसरे में बीरोधवास ? इसका सुधार करें तब हिंदू समाज गार्ब कर सकता है ! ग्यारह चेला ईसा का पूरा बिस्व को बदल डाला इसको समझिए ? हिंदू में बहुत कथा बाचक ,साधु ,संत बाबा है क्यूँ सिर्फ़ पार्थना के बॅल पर रोगी को चंगा नहीं कर पाते ज़रा सोचिए ! कल एक साधारण नई ईसाई पार्थना के बल रोग कैसे चंगा करता है ! यह आप भी कर सकते हो 100 % यह गरूंटी ! लेकिन ईसाई को छूना नही नही तो ईसाई देश में भर जाएँगे ,साउत कोरीया ईसाईयों को सताया गया आज ईसाई की संख्या 98 %,चीन में ईसाइयों को सताया गया लेकिन आग के जैसा ईसाई फैल रहें है .हिंदू अपनी पूजा करता है परन्तु एक ईसाई हर दिन देश के खुशली सन्ति के लिए नित्या पार्थना करता है बिना भूले तो कौन रास्त्राभक्त है ! 
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