देश लूटना का मतलब राजनीति में आना !






अँग्रेज़ों ने लूटा वो उनके राजकोष में जमा हुआ लेकिन हमारे लोगों ने लूटा हुआ काला धन स्विस बेंक जमा हुआ ! 
स्वाधीनता आंदोलन सब धर्म के लोग ने बलिदान दिया क्यूँ आज हम एक धर्म को ले कर चल रहे है ? 
आज हुमारे देश में जो कोई प्रॉजेक्ट होता वो सब खाने के लिए बनता ! 
धर्म जाती को ले कर राजनीति करना देश और जनता को धोका देना ! 
भष्टाचार को जो कोई करता वो जितना दोषी है उस से ज़्यादा दोषी जो उनको वोट देता है ! 
राम नाम से भीक माँगना भी एक राजनीति है ,पढ़े लिखे लोग जै श्री राम कहना यह भी एक राजनीति है ! 
काला धन कभी नहीं आएगा क्यूँ की इस धन से चुनाब जीती जाती ! 
काला धन को बचाने के लिए सत्ता में नेता आता है ! 
हमारे मेहनत का टेक्स के द्वारा नेता करोड़ों रूपिया कमाता है ! 
आप का घर चलता है रसन से पेट्रोल ,डिज़ल ,गॅस महँगाई को देखिए ,जनता भिकारी और नेता आमिर ! ग़रीबी हटना है लेकिन हमारा राजनीति ग़रीब को मारकर ग़रीब मुक्त कर रहा है ! 
हमारा पैसा का मुल्य अत्यधिक घाट रहा है बिदेश यात्रा में जो नेता लोक खर्चा कर रहा है उसका 5 % धन बिदेशी लोग हमारे देश में इनवेस्टमेंट नही करते ! 
देश का पैसा से सरदार पटेल मूर्ति ना बनाकर 10 पवर प्लांट बनता ग़रीब को कम दाम से बिजली मिलता ! 
अगर देश हिंदू का होगा तो बिदेशों मे भी सभी भारत्ययों को निकला पड़ेगा फिर होगा बेरोज़गारी ! 
यह देश का राजनीति में कोई नीति नहीं है !जो हम को बॅंक के माध्यम से देगा उसको पैसा देना पड़ेगा,जो लेगा उसको भी बॅंक को देना पड़ेगा,फिर जितना ब्याज मिलना है उस से ज़्यादा बेंक को सालाना मैइथेनेंसे चार्ज देना पड़ेगा तो जनता बॅंक में क्यूँ पैसा रखे !हम को बॅंक 4 % ब्याज देता है हमारा जमा रासी पर परन्तु जब हम लोन लेंगे हम को 18 % ब्याज बॅंक को देना पड़ता है !ठीक है हमारे पैसा लोगों को ब्याज में देते हो तो हम को 18 % का 50 % दो .इस का मतलब हुमे हमारा जमा रासी का ब्याज 9 % होना चाहिए ! इसी लूट नीति को राजनीति कहते है ! 

बिना मतलब की बातों को ले कर आंदोलन करना,उसको भैरल करना यह अँधा जनता कब जागेगा,चमचगिरी ,आप का धन का चोरी करनेवाला नेताओं का जाई जे कार कब रुकेगा !कब तक हम भारत माता का बलात्कार देखते रहेंगे ! भारत को बेसिया ना बनाए ! 




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