अब मोक्ष मिलना आसान है ! तंत्र ,मंत्र एबों पूजा के बिना मोक्ष पाइए ! CAL...



काण काण में
परमेस्वर नहीं , बल्कि सारा ब्राह्मांड का रचना ईस्वर हुमारे भलाई के लिए बनाया ,हम
उसका पर राजया करे ना की वो हम पर ! इंसान हस्ती पर बेट्ता है परन्तु हस्ती इंसान पर
नहीं ,गुरु के पीछे चलने का अर्थ बंदी गृह में जाना !आज में आप का गुरु से बड़ा गुरु
बनना का उपाय दूँगा वो भी मुफ़्त ,परमेस्वर अपना संतान को देता है ,जो लेता है वो परमेस्वर
हो ही नहीं सकता ! ब्रह्मांड बननेवाला को फूल ,धूप नहीं चाहिए ,वो खुद खुसबू से भरा
है ,वो खाता नहीं बल्कि खिलता है ,नियम कर्म कांड ईस्वर नहीं बनाया ,इंसान बनाया है
और उसका अभीतक गुलामी कर रहा है !सूरज से हज़ार गुना बड़ा लाखों सूरज है तो क्यूँ हम
सूरज को पूजा करते इसके मतलब हुमारा ज्ञान अधूरा है ,हुमारे पुर्बाज का ज्ञान अधूरा
है !
! परमेस्वर एक है ना की अनेक,एक देस में एक राजा
होता है वो अपना महिमा किसिको बाँट नहीं सकता !ठीक परमेस्वर अकेला सब कुछ कर सकता है
उसको किसिका मदद करनेवाला जररूरत नहीं ! क्यूँ की एक मियने में दो तलवार नहीं रहता
,उसको त्रिसूल चॅक्र की अबोस्यक्त नहीं ,क्यूँ की ब्रह्मांड को बना सकता है और नास
भी कर सकता है सिर्फ़ एक सब्द से ! हमारे सब धर्म सास्त्र मनबिक चारत्रा को दिखाते
है उसमे ईस्वर की चरित्र हम देख नही सकते ! जैसा की एक भगवान की पत्नी अपहरण हो जाना,एक
भगवान दूष्रे भगवान को दौड़ता है ,एक भगवान सेना को ख़तम कर के उन सैनिकों का पत्नी
को अपना पत्नी बना लेता है ! एक भगवान बेटा को नहीं पहेचन कर उसका सर काट देता है फिर
५० किलो का हति का सर लगा देता है !यह सब पूरण में लिखा है एक कहानी तक अछा लगता है
अध्यात्मिकता से कोसो दूर है ! सास्त्र ऐसा हो जो पढ़ने से ज्ञान इंद्रया खुल जाए,एक
भारी परिबर्तन दिखना चाहिए ,जीवन की समस्या दूर होना चाहये,रोग असफलता दूर हो जाए,संदेह
अंध बिसवास हट जाए ऐसा धर्म पुस्तक है ,ऐसा परमेस्वर है जो आप को जिबन बदल देगा संपर्क
करे 09993906875 ,06261680400
 
सत्य जब जानोगे तो आप गुरु का बाप बन जाओगे ! 
अगर पिता परमेस्वर को जानना है तो खुद उसका संतान बनो !  
हिम1ल्य में अनेक साधु सरीर को तकलीफ़ दे कर ताप कर रहें है किंतु
ईस्वर नहीं मिलता !


1 क्या ही धन्य है वह पुरूष जो दुष्टों की युक्ति पर नहीं चलता, और पापियों के मार्ग में खड़ा होता; और ठट्ठा करने वालों की मण्डली में बैठता है

परन्तु वह तो यहोवा परमेस्वर  की व्यवस्था से प्रसन्न रहता; और उसकी व्यवस्था पर रात दिन ध्यान करता रहता है। 

वह उस वृक्ष के समान है, जो बहती नालियों के किनारे लगाया गया है। और अपनी ऋतु में फलता है, और जिसके पत्ते कभी मुरझाते नहीं। इसलिये जो कुछ वह पुरूष करे वह सफल होता है॥ 

दुष्ट लोग ऐसे नहीं होते, वे उस भूसी के समान होते हैं, जो पवन से उड़ाई जाती है। 

इस कारण दुष्ट लोग अदालत में स्थिर रह सकेंगे, और पापी धर्मियों की मण्डली में ठहरेंगे

क्योंकि यहोवा परमेस्वर धर्मियों का मार्ग जानता है, परन्तु दुष्टों का मार्ग नाश हो जाएग संपर्क करें  CALL
919993906875 , 919109714270 , 916261680400


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